होली – रंगों का त्योहार
होली, जिसे “रंगों का त्योहार” भी कहा जाता है, मुख्यतः भारत और नेपाल में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है। समय के साथ, यह त्योहार इंग्लैंड, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों में भी मनाया जाने लगा है।
Holi 2025 Date: 2025 में होली कब है? (Holi Kab Hai?)
2025 में होली 14 मार्च, शुक्रवार को मनाई जाएगी।
होलिका दहन का महत्व: होली की पूर्व संध्या
यह जीवंत त्योहार सर्दियों के अंत और वसंत ऋतु की शुरुआत का प्रतीक है। होली के पहले दिन होलिका दहन की परंपरा निभाई जाती है। लोग लकड़ियां और जलने वाली वस्तुएं एकत्र कर अलाव जलाते हैं। होलिका का पुतला चिता के ऊपर रखा जाता है।
सूर्यास्त के बाद, लोग चिता के चारों ओर एकत्र होते हैं, धार्मिक अनुष्ठान करते हैं और फिर अलाव जलाते हैं।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त (Holika Dahan Kab hai?)
होली 2025 गुरुवार, 13 मार्च 2025 को मनाई जाएगी। हिंदू कैलेंडर के अनुसार होली हर साल फाल्गुन महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है।
होली का त्योहार
होली अच्छाई की बुराई पर जीत, सर्दियों के अंत और नई फसल के आगमन का प्रतीक है। यह त्योहार एक दिन और एक रात तक चलता है। पहली शाम को छोटी होली या होलिका दहन कहा जाता है, और अगले दिन को रंगवाली होली या फगवा कहते हैं।
रंगवाली होली
होलिका दहन के अगले दिन रंगवाली होली मनाई जाती है। इस दिन लोग एक-दूसरे पर रंग लगाकर और पानी डालकर खुशी मनाते हैं। बच्चे और किशोर गुलाल, पिचकारी और पानी के गुब्बारों से खेलते हैं।
संगीत, नृत्य और ढोल की धुन पर लोग झूमते हैं। होली पार्टियां क्लब और रिसॉर्ट में आयोजित होती हैं, और पूल पार्टी आम होती है।
भोज और पकवान
होली पर मिठाइयों का खास महत्व है। गुजिया और रसगुल्ला सबसे लोकप्रिय मिठाइयां हैं। अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों में गोलगप्पे, दाल कचौरी, चोले भटूरे, और पापड़ी चाट शामिल हैं।
होली के बाद
होली खेलने के बाद लोग स्नान करते हैं, रंग साफ करते हैं, और रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलने जाते हैं। बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेने की परंपरा है।
उत्तर प्रदेश में होली का वर्णन
उत्तर प्रदेश में होली के कई अनुष्ठान हैं। होलिका दहन के दिन एक अलाव जलाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
हिरण्यकश्यप ने अपने बेटे प्रह्लाद को मारने के लिए अपनी बहन होलिका की मदद ली थी। लेकिन प्रह्लाद की भक्ति के कारण वह बच गया, और होलिका जलकर भस्म हो गई।
लोग चिता के नीचे जौ के बीज रखते हैं, और चिता की राख को शुभ मानते हैं। होली के दिन लोग लड्डू, गुजिया, मठरी और भांग का सेवन करते हैं।
डोल पूर्णिमा (डोल जात्रा)
ओडिशा और पश्चिम बंगाल में होली को डोल पूर्णिमा कहा जाता है। इसमें कृष्ण और राधा की मूर्तियों को रंग लगाकर उत्सव मनाया जाता है।
भारत में होली के सर्वश्रेष्ठ स्थान
होली मनाने के लिए भारत में कई प्रसिद्ध स्थान हैं:
- मथुरा: भगवान कृष्ण की जन्मभूमि।
- वृंदावन: यहां बांके बिहारी मंदिर में अनोखे रीति-रिवाजों के साथ होली मनाई जाती है।
- बरसाना: राधा का गांव, जहां होली अलग अंदाज में खेली जाती है।
- नई दिल्ली: यहां होली पार्टियों का आयोजन होता है।
- शांतिनिकेतन: यहां होली को बसंत उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
होली से जुड़े प्रश्न (FAQs)
- होली कब मनाई जाएगी 2025 में ?
14 मार्च, शुक्रवार। - क्या होली पर स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद रहते हैं?
हां, होली पर स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद रहते हैं। - होली की पहली शाम को क्या कहा जाता है?
होलिका दहन। - क्या होली राष्ट्रीय अवकाश है?
कुछ राज्यों को छोड़कर, होली पूरे भारत में मनाई जाती है। - होली पर कौन-कौन सी गतिविधियां होती हैं?
होलिका दहन और रंग खेलना प्रमुख गतिविधियां हैं।
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